“Agreement to Sale और रजिस्ट्री के बीच का अंतर”

"Agreement to Sale और रजिस्ट्री के बीच का अंतर"“Agreement to Sale और रजिस्ट्री के बीच का अंतर”

परिचय:
बहुत से लोग यह नहीं समझ पाते कि Agreement to Sale और रजिस्ट्री के बीच क्या अंतर है?
जब कोई व्यक्ति संपत्ति खरीदता है, तो सबसे पहले “Agreement to Sale” (सेल एग्रीमेंट) बनाया जाता है,
लेकिन क्या यह दस्तावेज़ ही संपत्ति का मालिक बना देता है
नहीं! असल में, रजिस्ट्री (Sale Deed) ही वह कानूनी प्रक्रिया है, जिससे संपत्ति का स्वामित्व खरीदार को ट्रांसफर होता है।
क्या सिर्फ एक एग्रीमेंट बनवाने से प्रॉपर्टी का मालिकाना हक मिल जाता है?
इस ब्लॉग में हम इन दोनों कानूनी दस्तावेजों के बीच के महत्वपूर्ण अंतर को विस्तार से समझेंगे,
ताकि आप किसी भी कानूनी उलझन से बच सकें।

1. क्या है Agreement to Sale?
Agreement to Sale एक कानूनी दस्तावेज़ है, जिसमें संपत्ति की खरीद से संबंधित सभी शर्तें और नियम शामिल होते हैं।
यह एक अनुबंध होता है, जो बताता है कि संपत्ति को भविष्य में खरीदा जाएगा। हालांकि,
यह दस्तावेज़ किसी को संपत्ति का मालिक नहीं बनाता।

ध्यान दें:
यह केवल एक एग्रीमेंट (समझौता) है, न कि स्वामित्व प्रदान करने वाला डॉक्युमेंट।
संपत्ति की रजिस्ट्री के बिना मालिकाना हक नहीं मिलता।

2. क्या Agreement to Sale से कोई मालिक बन सकता है?
2011 में सुप्रीम कोर्ट के “Suraj Lamp Industries Pvt. Ltd. vs State of Haryana” मामले में स्पष्ट किया गया कि
सिर्फ Agreement to Sale के आधार पर कोई भी व्यक्ति संपत्ति का मालिक नहीं बन सकता।
इसके अलावा, अन्य दस्तावेज़ जैसे GPA (जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी), वसीयत, पोजेशन लेटर,
पेमेंट रिसीप्ट आदि भी संपत्ति पर स्वामित्व प्रदान नहीं करते।

कानूनी आधार:
ट्रांसफर ऑफ प्रॉपर्टी एक्ट, 1882 की धारा 54 स्पष्ट रूप से बताती है कि संपत्ति का स्वामित्व केवल रजिस्ट्री के बाद ही मिलता है।
बिना रजिस्ट्री के, Agreement to Sale केवल एक अनुबंध भर है।

3. क्या Agreement to Sale के कुछ कानूनी फायदे हैं?
हाँ! भले ही यह स्वामित्व प्रदान न करे, लेकिन यदि आपके पास यह दस्तावेज़ है,
तो आप कोर्ट में केस दर्ज करके अपने अधिकारों की रक्षा कर सकते हैं।

आपके अधिकार:
आप “Suit for Specific Performance” दाखिल कर सकते हैं,
जिससे कोर्ट विक्रेता को रजिस्ट्री करने का आदेश दे सकता है।
यदि विक्रेता संपत्ति से आपको निकालना चाहता है, तो आप कोर्ट से Protection Order ले सकते हैं।
यदि विक्रेता रजिस्ट्री करने से मना करे, तो आप “Part Performance” के तहत केस दाखिल कर सकते हैं।

4. क्या Agreement to Sale को रजिस्टर्ड कराना ज़रूरी है?
रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1908 की धारा 18 के अनुसार, Agreement to Sale को रजिस्टर्ड कराना अनिवार्य नहीं है।
हालांकि, यदि यह रजिस्टर्ड हो तो यह कोर्ट में ज्यादा मजबूत सबूत के रूप में माना जाता है।

महत्वपूर्ण:
नोटरीकृत (Notarized) Agreement भी मान्य होता है,
लेकिन इसकी कानूनी वैधता रजिस्टर्ड एग्रीमेंट से कम होती है।
अगर विक्रेता रजिस्ट्री से इंकार करता है, तो रजिस्टर्ड Agreement to Sale के आधार पर केस दर्ज करना आसान होता है।

निष्कर्ष:
“Agreement to Sale” संपत्ति खरीदने के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है,
लेकिन यह अपने आप में मालिकाना हक नहीं देता।
अगर आपके पास यह एग्रीमेंट है और विक्रेता आपको रजिस्ट्री से रोक रहा है,
तो आप कोर्ट से आदेश लेकर संपत्ति की रजिस्ट्री करवा सकते हैं।

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